कंगना के खिलाफ विक्रमादित्य का 'सनातन' कार्ड, अचानक याद आया RSS कनेक्शन; भागवत से किया अनुरोध

हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा सीट की लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है। राज्य के लोक निर्माण मंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को अचानक राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) की याद आई है। उन्होंने शुक्रवार को अपने परिवार के आरएसएस के साथ सदियों पुराने संबंध का जिक्र किया और अपने पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा लाए गए धर्मांतरण विरोधी कानून का जिक्र किया। इसे भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत के 'हिमाचल प्रदेश के सनातन धर्म और देव समाज संस्कृति पर हमला' वाले बयान पर निशाना साधने के तौर पर देखा जा रहा है।

विक्रमादित्य, जिन्हें कांग्रेस ने मंडी में रनौत के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है, ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से हस्तक्षेप करने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि 'राज्य की देव संस्कृति, देव लोक नीति और सनातन धर्म पर कोई और हमला नहीं हो।' बता दें कि मंडी लोकसभा सीट से विक्रमादित्य की मां प्रतिभा सिंह मौजूदा सांसद हैं।

विक्रमादित्य ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो मैसेज जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा, 'आज हिमाचल प्रदेश में देव संस्कृति, देव लोक नीति और सनातन धर्म पर हमला हो रहा है। जिस तरह से इस पर बयानबाजी हो रही है कि क्या खाएं और क्या न खाएं, यह एक गंभीर मसला बनकर उभरा है... हम विकास और अपने किए गए काम के मुद्दे पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। यह भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि हम अपनी देव संस्कृति और सनातन धर्म का सम्मान और संरक्षण करें।'

विक्रमादित्य ने बेशक अपने मैसेज में रनौत का नाम नहीं लिया, लेकिन यह साफ है कि उनके निशाने पर बीजेपी प्रत्याशी हैं। विक्रमादित्य के एक करीबी सूत्र ने कहा कि वह रनौत की उन टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे, जिसमें उन्होंने गोमांस खाने से इनकार किया था और एक बयान में दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान राम के अंश हैं। दरअसल, रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था, 'यह कहा जा सकता है कि नरेंद्र मोदी भगवान राम और विष्णु के 'अंश' हैं जो हमारी देखभाल करते हैं।'

2024-04-20T02:18:38Z dg43tfdfdgfd